Firing on Donald Trump: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और आगामी चुनाव में रिपब्लिकन के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को एक जानलेवा हमला हुआ। हालांकि, वह इस हमले में बाल-बाल बच गए। गोली उनके दाहिने कान को छूकर निकल गई। ट्रंप पिट्सबर्ग से लगभग 30 मील दूर पेंसिल्वेनिया के बटलर में अपनी चुनावी रैली में भाषण दे रहे थे, उसी वक्त यह घटना घटी।
हमले की शुरुआत
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत में लिखी हुई स्पीच बोलनी शुरू की, लेकिन थोड़ी ही देर में इससे बोर हो गए। उन्होंने कहा, “अगर मैं टेलीप्रॉम्प्टर बंद कर दूं तो आपको कोई आपत्ति तो नहीं होगी। ये टेलीप्रॉम्प्टर बहुत उबाऊ हैं।” इसके बाद उन्होंने अपनी टीम से एक चार्ट स्क्रीन पर दिखाने को कहा, जिसमें अप्रवासियों के अमेरिका में आने से जुड़े आंकड़े थे। ट्रंप ने चार्ट की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘देखो हमारे देश को क्या हुआ।’
अचानक शुरू हुई फायरिंग
इतना कहते ही अचानक से पांच से छह राउंड विस्फोट की आवाज सुनाई दी। ट्रंप ने तुरंत अपना सिर घुमाया और झुक गए। “नीचे उतरो, नीचे उतरो, नीचे उतरो,” सीक्रेट सर्विस एजेंट्स चिल्लाने लगे और मंच पर पहुंचकर ट्रंप को घेर लिया। भीड़ में अफरातफरी मच गई और लोग चिल्लाने लगे। धुएं का घना बादल मंच के दाहिनी ओर मंडराया और तेजी से तितर-बितर हो गया।
सीक्रेट एजेंट्स ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हमलावर को मार गिराया और स्थिति को नियंत्रण में किया। ट्रंप वापस खड़े हुए, उनके दाहिने कान से खून बह रहा था और चेहरे पर लग गया था। इसके बाद ट्रंप ने बंद मुट्ठी के साथ हवा में हाथ हिलाते हुए कहा, “लड़ो लड़ो लड़ो।” उनके इस आव्हान से वहां पर मौजूद समर्थक जोश से भर गए और “यूएसए-यूएसए” का नारा लगाने लगे। फिर सीक्रेट सर्विस एजेंट्स उन्हें मंच से नीचे लेकर गए।
हमलावर की पहचान
एफबीआई ने हमलावर की पहचान पेंसिल्वेनिया के बेथेल पार्क के रहने वाले 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में की है। राज्य मतदाता रिकॉर्ड के अनुसार, वह एक पंजीकृत रिपब्लिकन था और उसने 17 साल की उम्र में डेमोक्रेटिक राजनीतिक कार्रवाई समिति को 15 डॉलर का दान दिया था। कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने अभी तक हमले के मकसद की पहचान नहीं की है। संदिग्ध को सीक्रेट सर्विस एजेंटों द्वारा गोली मार दी गई और उसके शव के पास से एक AR-15 शैली की सेमीऑटोमैटिक राइफल बरामद की गई।
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ट्रंप का संदेश
घटना के बाद, ट्रंप ने अपनी ट्रुथ सोशल सर्विस में पोस्ट कर कहा, “इस क्षण में, यह पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है कि हम एकजुट रहें और अमेरिकियों के रूप में अपना सच्चा चरित्र दिखाएं, मजबूत और दृढ़ रहें और बुराई को जीतने न दें।” उनके इस संदेश ने उनके समर्थकों को और अधिक संजीवनी दी।
बाइडेन और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। बाइडन ने एक बयान में कहा, “अमेरिका में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। हमें इसकी निंदा करने के लिए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होना चाहिए।” रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स, दोनों ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया।
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डोनाल्ड ट्रंप पर हुआ यह हमला उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। चुनावी रैली के दौरान इस प्रकार की घटना से यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक हस्तियों की सुरक्षा में कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए। ट्रंप के इस हमले से उनके समर्थकों में और अधिक जोश भर गया है, लेकिन यह भी ध्यान देना होगा कि इस प्रकार की घटनाएं लोकतंत्र और समाज के लिए कितनी हानिकारक हो सकती हैं।
ट्रंप ने अपने समर्थकों को यह संदेश दिया है कि कठिनाइयों के बावजूद भी उन्हें डटे रहना चाहिए और बुराई के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी चाहिए। यह घटना एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि राजनीतिक हिंसा को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और सभी को मिलकर इसे रोकने के प्रयास करने चाहिए।