Silent Heart Attack: दिल की सेहत को लेकर हर कोई चिंतित रहता है, खासकर जब से हार्ट अटैक की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। हाल ही में, साइलेंट हार्ट अटैक के मामलों में भी वृद्धि देखी गई है। यह सुनकर आप सोच में पड़ सकते हैं, “Silent heart attack क्या है और इसके लक्षण क्या हैं?” इस लेख में, हम आपको साइलेंट हार्ट अटैक के कारण और उसके लक्षणों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
Silent Heart Attack एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसमें व्यक्ति को किसी भी तरह का चेतावनी संकेत नहीं मिलता। दुनिया भर में, दिल के दौरे से होने वाली मौतों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। खानपान की गलत आदतें, जैसे कि जंक फूड का अधिक सेवन, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं, जो बाद में हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
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साइलेंट हार्ट अटैक का क्या कारण है?
साइलेंट हार्ट अटैक (Silent Heart Attack) का मुख्य कारण कोरोनरी धमनी की समस्याएं होती हैं। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल वाला प्लाक कोरोनरी धमनियों में जमा हो जाता है, तो यह रक्त के प्रवाह को सीमित कर देता है। जब प्लाक पर खून का थक्का बन जाता है, तो यह ऑक्सीजन युक्त खून को दिल की मांसपेशियों तक पहुँचने से रोक सकता है। इसलिए, तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है, अन्यथा, दिल की मांसपेशियां गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
Silent Heart Attack से एक महीने पहले अनुभव हो सकते हैं ये लक्षण
- छाती में दर्द: शोध में यह पाया गया है कि सीने में दर्द Silent Heart Attack के सबसे आम लक्षण होता है। लगभग 68% लोगों ने दिल का दौरा पड़ने से पहले इसका अनुभव किया है।
- छाती में भारीपन: 44% लोगों ने सीने में भारीपन, जकड़न या दबाव के लक्षणों का अनुभव किया। यह विशेषकर उन लोगों में देखा गया जो हार्ट अटैक के शिकार होने वाले थे।
- दिल की घबराहट: 42% लोगों ने दिल की धड़कन बढ़ने की शिकायत की। जब दिल बहुत तेज या जोर से पंप करता है, तब यह स्थिति उत्पन्न होती है।
- सांस लेने में कठिनाई: अगर आपको चलने-फिरने या किसी शारीरिक गतिविधि के दौरान सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है। कभी-कभी आराम करते समय भी आपको ऐसा अनुभव हो सकता है।
- थकान: सामान्य थकान से अधिक थकान महसूस करना भी एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। यदि आप लगातार थकान का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। “Keep an eye on your health” यानी अपनी सेहत पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। समय पर चिकित्सा सहायता लेने से आप अपने दिल की सेहत को बेहतर रख सकते हैं। इसलिए आज से ही अपने जीवनशैली में बदलाव करें, नियमित रूप से व्यायाम करें और संतुलित आहार लें। याद रखें, “Prevention is better than cure.” अपने शरीर को सुनें और सही जानकारी के साथ आगे बढ़ें।